लिखूँगा असफलताओं की कहानी ,
सफल नहीं तो क्या असफल तो हैं ।
मंजिल मिली नहीं गम नहीं ,
थके नहीं है राह पर तो हैं ।
कोई तो मिलेगा मुकाम मेरा,
अकेले सही खुदा रहबर तो है ।
कहे जमाना हक है उसका,
बिखरा हूँ तो क्या ज़िगर तो है ।
तुमको जो समझना समझ लेना मेरा,
कुछ नहीं तो क्या दो पहर तो है ।
कोई कहता नहीं किसी को बिना मतलब,
प्यारे बोल नहीं तो क्या जहर तो है ।
खुश है वो जो सफल है खुशनसीब ,
असफलता भी मेहनत के फल तो हैं ।
"रूप"