" लोगों के निकल रहें है प्राण , फिर भी हमारे देश में हो रहें हैं अवैध निर्माण। बघारते हैं जो अपनी झूठी शान , अक्सर वो ही करते हैं अवैध निर्माण। मिट रही है देश की आन -बान और शान , फिर भी हमारे
अवैध निर्माण अवैध निर्माण सिर्फ किसी भवन या किसी स्थल का ही नही होता है । अवैध निर्माण आजकल सोच का भी बहुत चलन में है । किसी को बिना जाने बिना समझे कोई भी राय कायम करना सोच का अवैध निर्माण ही है।
अभी कल रविवार की बात है सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नोयडा स्थित अवैध निर्माण कर बनाया गया देश के सौ मीटर सबसे ऊंचे ३२ और २९ मंजिला ट्विन टावर को विस्फोट से ध्वस्त कर दिया गया। यह हमारे देश में अवैध निर्
एक पल में जमीन दोस्त होती है अवैध खनन से बनी बिल्डिंग्स,एक पल बिल्डिंग के साथ साथ मिट्टी होती जनता की दौलत भी।
अवैध निर्माण गिर रहे है जिम्मा उठाए कौन भ्रष्टाचार में लोग मर रहे बेशर्मी का आइना उन्हें दिखाए कौन कीमत भोले भाले लोग चुका रहे है अवैध निर्माण पर रोक लगाए कौन अवैध निर्माण कर जेबें भरते है इनको क्या फ
Hello friends ग्रामीण इलाके हों या शहरी इलाके हों अवैध तरीके से जमीन का कब्जा करना और उस पर घर या बिल्डिंग बनाना मानों एक आम बात हो गई हो । जहां नजर उठाके देखें वहां कुछ न कुछ लोग ऐसे मिल जायेंगे
29/8/2022प्रिय डायरी, आज का शीर्षक है अवैध निर्माण,आज कल शब्द.इन में शीर्षक रोज मर्रा जीवन से जुड़े दिए जा रहे हैं। कल ही नोएडा में अवैध नि
प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे है । किताब की प्रमोशन ने हालत खराब कर रखी है। सारा दिन लिंक भेजने मे और फोन करके पाठक बढ़ाने में निकल जाता है। एक तो पहले ही समयाभाव है ।उपर से इसी काम मे व्यस्त रहते है कोई
अवैध निर्माण ~निर्माण एक रचनात्मक प्रक्रिया है । घर का निर्माण , भवन का निर्माण , सृष्टि का निर्माण हो या व्यक्तित्व का निर्माण । नींव से लेकर अपनी परिणति प्राप्त करने तक यह एक वृहद कर्मयज्ञ का
अवैध निर्माण क्यों होते,रिश्वतखोरी में पलते हैं।जाग मुसाफिर भोर भई,इस जाल में फंदे कसते हैं।।टूट जाता है वह आशियां,जो अवैध निर्माण से होता।न जमीं पर न आसमां नजर,जमींदोज वह फिर हो जाता।।अवैध निर्माण के
निर्माण अवैध हो रहे हैं,राजनीति की परछाईं में।कूद रहे आम आदमी में,अपनी बर्बादी की खाई में।।घूसखोर हो रहे अधिकारी ,नेता भी पीछे नहीं हटते।सरकारी सम्पत्ति का सौदा,घूसखोरी से करते।।महंगाई की अति मार पड़