shabd-logo

Babita के बारे में

Simple living,

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Babita की पुस्तकें

अनोखा प्यार !

अनोखा प्यार !

मैंने तुरंत दुकान बन्द की और अपनी साईकिल उठा कर तेज़ रफ़्तार से चलाते हुए दूसरी दुकान की तरफ भागा । थोड़ी देर में मैं वापस आ गया। वो नीचे अभी तक नहीं आई थी । मै बैठ कर उसका इन्तजार करने लगा। थोड़ी देर में वो भागती हुई आई और बोली-अब तो दे दो आइसक्रीम

निःशुल्क

अनोखा प्यार !

अनोखा प्यार !

मैंने तुरंत दुकान बन्द की और अपनी साईकिल उठा कर तेज़ रफ़्तार से चलाते हुए दूसरी दुकान की तरफ भागा । थोड़ी देर में मैं वापस आ गया। वो नीचे अभी तक नहीं आई थी । मै बैठ कर उसका इन्तजार करने लगा। थोड़ी देर में वो भागती हुई आई और बोली-अब तो दे दो आइसक्रीम

निःशुल्क

Babita के लेख

प्रेम-1

4 मार्च 2022
1
0

सोचती हूं सब कुछ भूल कर, फिर से, अनंत काल तक बस, उसकी ही होकर रहूं , करीब उसके जाकर, अपना सारा जीवन यापन, सारा दर्द, तड़प, सारे अश्क, उस पर वार दूं , सीने से लगकर, भिगो दूं उसकी अंतरात्मा को, बताऊं,

ज़िन्दगी का तजुर्बा।

6 सितम्बर 2021
8
0

<span style="font-size:20px" ;="">चर्चायें होगीं मेरी चहूँ ओर,</span><br> <span style="font-size:20p

आज वो मेरे आस-पास है...

6 सितम्बर 2021
6
0

<span style="font-size:20px" ;="">तपते हुए जिस्म में कुछ हरकत-सी हुई,</span><br> <span style="font-s

अनोखा प्यार

6 सितम्बर 2021
9
3

<span style="font-size:20px" ;="">।।अजीब सा प्यार।।</span> <br><br><span style="font-size:20px" ;=""

सांसे जो चल रही है अभी...

5 सितम्बर 2021
13
3

<div><span style="font-size: 16px;">ये सांसे जो चल रही है अभी,</span></div><div><span style="font-si

जिंदगी....!

5 सितम्बर 2021
12
3

<div>जिंदगी की ख्वाहिशों को पूरा करते-करते, </div><div>खुद ही एक जाल बुनते चले गए हम,</div><div

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए