दिनांक 2 नवम्बर 2022
मेरी खट्टी मीठू डायरी
सुकून लो आ गई न तुमसे मिलने ओ मेरी खट्टी मीठू डायरी।
पता है तुझे मैं आज सोच रही थी तुमसे मिलने का वक्त मिलेगा या नही लेकिन वक्त ने वक्त दे ही दिया तुमसे मिलने का।
अरे मेरी खट्टी मीठू डायरी तुम्हें भी तो इंतजार होगा न मुझसे मिलने का थोड़ा सा ही सही वक्त गुजराने का तुम भी तो कर रही होगी न मेरा इंतजार।
अब मुझे तो वक्त मिलता है तब आ जाती हूँ अरे क्या करूँ दिनभर इधर उधर भटकते रहती हूँ।
फिर जब वक्त मिला तो सोची एक नई शुरुआत करती हूँ कुछ पल तुम्हारे संग क्यों न गुजर लूँ।
मेरी और मेरी खट्टी मीठू डायरी से रोज न रोज कुछ मुलाक़ात हो जाएगी थोड़ी दिल की बात हो जाएगी।
तो दिल खाली हो जाएगा और फिर मैं सो जाऊंगी मीठी मीठी निनू के साथ।
अरे पता है मेरी खट्टी मीठू डायरी आज मैं बहुत खुश हूँ अब तुम पूछोगी नही क्यों खुश हूँ तो आज पता है मैंने शब्द इन पर प्रतियोगिता जीती और मुझे बधाई दी नित्या मैम ने और उस बधाई की ख़ुशी सोची किस को सुनाऊँगी तो सोची तुम्हें ही सुना दूँ।
अरे तुम भी तो कुछ बोलो न क्यों मेरी खुशियों में तुम तो शामिल हो जाओ फिर ख़ुशी पता है मेरी चौगुनी हो जाएगी।
अच्छा अब चलो हम सोने जा रहे हैं आप भी सो जाना क्योंकि देर रात तक जागना स्वास्थ के लिए हानिकारक होता है।
कल मिलती हूँ कल की बातों के संग अपनी खट्टी मीठू डायरी
के संग।
शुभरात्रि सुकून के तरफ से मेरी खट्टी मीठू डायरी पढ़ने वाले को भी।।
सुकून