गमले में पेड़ों का होना,
जैसे पिंजरे में मैना,
एक छोटी बगिया में जैसे,
रक्खा जाये मृग छौना,
कैसे कटते होगें दिन,
और कैसे कटती होंगी रातें,
किससे कर पाते होंगें वो,
अपने दिल की सारी बातें,
कैसे कटता होगा उनका,
जीवन यूॅ बनके बौना,
गमले में पेड़ों का होना,
जैसे पिंजरे मे मैना ।।