हाँ मैं कवि हूँ ,
प्रकृति के छोरों को,
बाँध -बाँध धागों में !
एक- एक शब्द बाँट सहस्त्रों भागों में ,
कवितायेँ रचता हूँ ,
साहित्य का अवि हूँ,
हाँ मैं कवि हूँ !!
21 सितम्बर 2015
हाँ मैं कवि हूँ ,
प्रकृति के छोरों को,
बाँध -बाँध धागों में !
एक- एक शब्द बाँट सहस्त्रों भागों में ,
कवितायेँ रचता हूँ ,
साहित्य का अवि हूँ,
हाँ मैं कवि हूँ !!
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मै सुशील कुमार रावत "शील" साधारण व्यक्ति हूँ , मैं कुछ थोड़ी बहुत तुकबंदी कर लेता हूँ , मेरी तरह मेरी कावताएं भी सरल और साधारण हैं , D
साहित्य का अवि हूँ, हाँ मैं कवि हूँ !!..........बहुत सुन्दर !
22 सितम्बर 2015