ए कोइलरी
! आव ना।
मिसिरी जस गीत सुनाव ना ॥
तरवाईल तन के उजास
मन के मिठास मरुआईल बा।
अंदर तक खालीपन पसरल
साख पाँख लरुआईल बा ।
तितली रानी
! आव ना ।
अपना संगे उड़ाव ना ॥
बाबूजी भइलन मरियाठी
माई माँस के गठरी ।
बिकी गइल भुअरी पाड़ी
बिकी गइल झबरी बकरी ।
कुतुर कुतुर के सुग्गा राजा ।
आम प आम गिराव ना ॥
पूल कठहवा टूटि गइल
उजरि गइल फुलवारी ।
दिआँका चौकठ चाट गइल
खिड़की सड़ल बेचारी ।
मैना रानी
! फुदक फुदक के ।
सुन्दर नाच देखाव ना ॥
ढेंकी बिधवा हो गइल
भरकल दुअरा के कूप ।
जाँता भूखे मर रहल
बचल ना चलनी सूप।
बहक चल पुरवैया रानी ।
अंदर तक महकाव ना ॥
चिपरी बिन बा गाड़ा सुतल
मथनी गिरल हताश ।
काजर बिन कजरौटा सूना
लुढ़कल पड़ल निराश ।
सुन ल मोरी साँझ पियारी।
चंदा के ले आव ना ॥
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