shabd-logo

चुनावी हलचल

4 फरवरी 2022

20 बार देखा गया 20
गीतिका

कुर्सी का लालच लिए ,करने लगते झोल।
नेता पहने डोलते,मानवता का खोल।(1)

बातूनी नेता सदा,प्रति दिन फेंके जाल।
औंधें मुख गिरता तुरत ,जब खुलती हैं पोल।(2)

राजनीति के नाम पर,मचती लूट खसोट।
राजनीति करती दिखे ,पल-पल नित्य किलोल ।(3)

कड़वे बोले शब्द ही,छलनी करें शरीर
वाणी तो अनमोल है,शब्दों में रस घोल।(4)

जनता की सेवा करें, खाते कसम हजार
कुर्सी मिलते ही तुरत, करते टालमटोल।(5)

डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
स्वरचित व मौलिक रचना



DrRekhajain writer की अन्य किताबें

1

युवा पीढ़ी

1 फरवरी 2022
0
0
0

युवा पीढ़ी और हमारे पूर्वज की जीवन शैली " हमारी और पूर्वजों की जीवन शैली आज की युवा पीढ़ी "हमारे पूर्वजों की जीवन शैली में बहुत अंतर है आज की पीढ़ी पुरानी पीढ़ी को दकियानूसी,

2

नेताजी

1 फरवरी 2022
0
0
0

नेता जी ने गिन लिये,अपने वोटर आज।मोटे पतले सब गिने, पहनेंगे वो ताज।पहनेंगे वो ताज, सभी सौगात दिलाएंकरना हमको राज,यही औकात दिखाएं।कहती रेखा आज,न कोई नैया खेता।कर कुर्सी पर नाज,स्वार्थी भैया

3

आधुनिकता की होड़

1 फरवरी 2022
0
0
0

*आधुनिकता की होड़*###############आधुनिकता की होड़ में दिखा रही अंग।पहले जैसा है नहीं अब जीने का ढंग।अंग-प्रदर्शन में लगे उनका मन मलंग।फटी जीन्स पहनकर दिखाती अपना रंग।अपने मन में सोच

4

पितृसत्तात्मक व्यवस्था

1 फरवरी 2022
0
0
0

नमस्कार साथियोंभारतीय समाज में पितृसत्ता को ही अब तक वरीयता दी जा रही है।और कहीं तक सही भी है किन्तु हर चीज के दो पहलू होते हैं एक अच्छा और दूसरा बुरा।क्योंकि ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती । पिता परिवा

5

किन्नर

2 फरवरी 2022
0
0
0

किन्नरताली पीट नृत्य करें ,मांगे किन्नर नेग।भीतर के इस दर्द को ,रोके पूरे वेग।रोके पूरे वेग, दुआएं देते सारी ।कौन जन्म का शाप,लगा है इनको भारी।कह रेखा कर जोड़, इन्हें न देना गाली।भरते अपना पेट,बजाते ह

6

नेताजी

2 फरवरी 2022
0
0
0

नेता जी ने गिन लिये,अपने वोटर आज।मोटे पतले सब गिने, पहनेंगे वो ताज।पहनेंगे वो ताज, सभी सौगात दिलाएंकरना हमको राज,यही औकात दिखाएं।कहती रेखा आज,न कोई नैया खेता।कर कुर्सी पर नाज,स्वार्थी भैया

7

चुनावी दस्तक

3 फरवरी 2022
0
0
0

#काव्योदय आज चुनाव पर कुंडलिया छंद बहरी जनता के लिए,अंधा नेता ठीक। वाह वाह करते रहे, सभी तरह से नीक। सभी तरह से नीक,विवश है जनता भारी। चाहे डाले कूप, उफ़ न करते नर-नारी। कहती" रेखा"आज, बात है अति ही

8

जीवन परिचय

4 फरवरी 2022
1
1
0

बायोडाटावक्त बदला और वक्त का अहसास भी।जागी है हिम्मत और जागा विश्वास भी।अबला से सबला बन चुकी हूँ आज मै-जाग चुकी हूँ मैं और बनूगी खास भी।मैं डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद से दिल्ली की मूल निवासी हूंनारायण काले

9

चुनावी हलचल

4 फरवरी 2022
1
1
0

गीतिकाकुर्सी का लालच लिए ,करने लगते झोल।नेता पहने डोलते,मानवता का खोल।(1)बातूनी नेता सदा,प्रति दिन फेंके जाल।औंधें मुख गिरता तुरत ,जब खुलती हैं पोल।(2)राजनीति के नाम पर,मचती लूट खसोट।राजनीति करती दिखे

10

राजनीति की नाव

6 फरवरी 2022
0
0
0

राजनीति की नाव***************दोहा गीतिकापदांत-आवराजनीति की नाव पर, तैरे नेता चाव।जन सेवा के राग पर ,छूते सबके पांव।(1)बावरी होती जनता,चलती जनमत साथपाती है विश्वास में, ठोकरें भरी ठांव।(2)वादे करें लुभ

---

किताब पढ़िए