मेरी इस कहानी की नायिका का नाम है आस्था ! जो अपनी शादी के बाद अपने ही अस्तित्व में उलझी हुई है ! शादी के बाद नए सफर मे कैसे खोजेगी अपनी हंसी को अपनी वो मुस्कुराहट जिसको वो खो चुकी थी।दोस्तो कहने को तो शादी एक रिश्ता भर है । लेकिन इसी रिश्ते को निभाने में हम पूरी जिंदगी लगा देते है।अग्नि के साथ फेरहो में हम कैसे खुद के सपनो को भी सुवाहा कर देते है । आइए जानते है आस्था की कहानी प्यार और परिवार की मिली जुली सवेंदनाओ की कहानी ।आस्था और वीर की कहानी ।जो बीच सफर में मिलते है और एक हो जाते है ।वीर जो कि एक गैंगस्टर है ।और आस्था एक घरेलु महिला जो परिवार और बंधनों में उलझी है ।जब मिलेंगे दोनो एक लड़ाई भरी मुलाकात के साथ तो क्या होगा आगे जानते है आगे मेरी कहानी के साथ ।