सुबह अनुज जगा तो वह काफी अच्छा और हल्का महसूस कर रहा था, उसे याद आया के कविता ने उसे कहा था के वो यही रुकने वाली है मेरे साथ, पर वो घर मे कहीं नहीं थी, अनुज ने कविता को कॉल करने के लिए फोन उठाया तो उसमे कविता का मैसेज था, के उसे कुछ काम है वो घर जा रही है, मैसेज रात एक बजे का था तो अनुज को उसकी चिंता होने लगी.
उसने तुरंत ही कविता को कॉल मिलाया पर उसने कॉल नहीं उठाया, थोड़ी देर बाद अनुज ने वापस से कविता को कॉल मिलाया तब भी कविता ने फोन नहीं उठाया.
अनुज कविता की चिंता मे सीधा उसके के घर जा पहुचा, अनुज ने घर की बेल बाज़ाई तो दरवाजा अंकिता ने खोला, उतनी सुबह सुबह अनुज को यू घर के बाहर देख, अंकिता ने बोला सब ठीक है ना अनुज, हाँ अंकिता सब ठीक है, मैंने कविता को कॉल किया था पर वो कॉल नहीं उठा रही है इसलिए मुझे चिंता हुई.
अनुज अंदर आओ और शांति से बैठी, उपर घड़ी मे देखो कितने बज रहे हैं, सुबह के साढ़े छह बज रहे हैं और आज तो संडे भी है.
अनुज 'ओ सॉरी' मेरा ध्यान नहीं गया घड़ी पर, अंकिता ने अनुज को पानी दिया और उसके पास जाकर बैठ गई.
अनुज एक बात पूछूं, हाँ पूछो ना अंकिता ने गिलास टेबल पर रखते हुए कहा.
क्या तुम कविता से प्यार करते हो, अंकिता के मुख से ये बात सुन अनुज एक पल को रुक सा गया, और '' हाँ '' मैं कविता से प्यार करता हू और बहुत प्यार करता हू. अनुज ने बिना रुके ही अंकिता से कह दिया, और मैं ये चाहता हू के कविता EOTY जीते और वह हर तरह से काबिल भी है.
और मैं इसलिए भी चाहता हू की कविता EOTY जीते ताकि जब मैं उससे अपने प्यार का इजहार करू तो वो बस मेरा प्यार देखे हमारी Positions की दीवार नहीं.
अनुज की बातें सुन अंकिता के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई, क्यू की उसे इस बात का पहले से ही अंदेशा था, अच्छा अब मैं चलता हू, मुझे माफ़ करना मैंने तुम्हें इतनी सुबह सुबह परेशान किया, अनुज ने अंकिता को बाय बोला और वहां से चला गया, कविता और अनुज के लिए खुशी अंकिता के चेहरे पर साफ़ साफ़ झलक रही थी.
दूसरे दिन ऑफिस में सभी को एक एक टास्क दिया गया, टास्क उनके काम से ही संबंधित था, पर समय थोड़ा कम दिया गया था, सभी लोगों ने अपना पूरा पूरा सहयोग दिया, लेकिन उस टास्क से कुछ लोग बाहर हो गए, और जिन्होंने अपना टास्क समय पर पूरा किया उन्हें दूसरे चरण के लिए चुना गया.
कविता ने भी अपना पूरा ध्यान अपने काम पर देना शुरू किया और उसने भी EOTY के लिए पूरी तैयारी कर ली, अब दूसरे चरण मे देखना था क्या होता है.
आपको पता है क्यू, क्यू की उस दिन अंकिता और अनुज की सारी बातें कविता ने सुन ली थी और अंकिता और विद्या ने उसे समझाया, और अब कविता को EOTY और अनुज दोनों ही चाहिए था, और अनुज इस बात से बिल्कुल बेखबर था कि कविता को सब पता चल गया है..
अब देखना ये होगा के आगे क्या होता है, अनुज को ये बात कैसे पता चलती है और कविता खुद को कैसे EOTY के लिए काबिल बनती है.....