कवि उठ जल्दी नहीं तो लेट हो जाएगा और तुझे पता है ना जरा सा लेट हुई तो बाकी सब वो लेट होना ही होना है. अंकिता, कविता को उठाए जा रही थी और वो उठ ही नहीं रहीं थी, अंकिता कविता को कवि कह के बुलाती थी’.
कविता यार 8 बज गए है और तुझे 9:30 बजे इंटरव्यू के लिए पहुँचना है, अंकिता ने जैसे ही कहा 8 बज गए है, कविता की आँख खुल गई,
अरे यार अंकिता जल्दी नहीं उठा सकती थी यार,
हाँ क्यू नहीं मेरी माँ कब से तुझे उठा रही हूँ और मैडम ऐसे सो रही है जैसे सारे घोड़े कल रात को बेचकर आई हो,
हाँ ठीक है माता जी मैं बस 20 मिनिट में तैयार होकर आई.
इतना कह कर कविता बाथरूम मे घुस गई.
जल्दी करो कविता महारानी मुझे ऑफिस भी जाना है.
हाँ हाँ बस 5 मिनट और बस 5 मिनट '' कविता ने अंदर से आवाज दी'' .
कविता के तैयार होकर आने तक अंकिता ने उसके लिए नास्ता पैक कर लिया था.
कविता, चलिए अंकिता जी हम तैयार है.
हाँ माता जी चलो हमने तुम्हारे लिए नास्ता पैक कर के तुम्हारे बैग मे रख दिया है बाद मे खा लेना ठीक है, अंकिता ने कहा और चलने का इशारा किया.
कविता को जहा इंटरव्यू के लिए जाना था वो अंकिता के ऑफिस के रास्ते में ही था, इसीलिए अंकिता कविता को अपनी Scooty से छोड़ने वाली थी.
वैसे तुझसे आज उठा क्यू नहीं जा रहा था,
अरे कुछ नहीं यार नींद नहीं आ रही थी, तो सोचा जो कल किताब ली थी, वो पढ़ लू पर वो किताब मुझे मिली ही नहीं, और फिर मुझे गुस्से मे नींद नहीं आई और फिर दो बजे के बाद नींद आई.
क्या यार कविता तू भी ना चल छोड़ ये ले आ गया तेरा ऑफिस, Best OK luck अच्छे से इंटरव्यू देना ठीक है चल बाय बाय टाटा, ये कह अंकिता अपने ऑफिस के लिए निकल गई, और कविता इंटरव्यू के लिए ऑफिस मे चली गई...
कविता ऑफिस पहुंची Reception से पूछा और दूसरे फ्लोर पर चली जंहा इंटरव्यू हों रहा था.
दूसरे फ्लोर पर पहुचने पर उसने देखा बहुत लोग आए हुए थे इंटरव्यू के लिए पता नहीं तेरा क्या होगा कविता,
कविता मन ही मन सोच रही थी, मैम आपका बायोडाटा वहां खड़े एक लड़के ने पूछा, हाँ एक मिनट सर कविता ने उसे अपना बायोडाटा दिया और उस लड़के ने उसे बैठने को कहां,
कविता काफ़ी देर तक वहां बैठी थी, इंटरव्यू Walk In होता है बहुत से लोग आते हैं, और वहाँ किसी वजह से इंटरव्यू process भी देर से शुरू हुआ.
लगभग लंच के बाद, कविता को पहले Round के लिए बुलाया गया.
''मिस कविता गुप्ता'' येस सर कविता ने अपना नाम सुन कर उठते हुए कहा और इंटरव्यू रूम मे चली गई.
थोड़ी ही देर में कविता बाहर आई और उसे दूसरे Round के लिए रुकने को कहा.
फिर लगभग एक घंटे के बाद कविता को दूसरे Round के लिए बुलाया गया, और कविता दूसरे Round के लिए इंटरव्यू रूम में चली गई.
कविता को सात बज गए थे वहाँ, इंटरव्यू रूम से बाहर आते ही कविता का फोन बजा, कविता कहा है तू, फोन अंकिता का था.
हाँ अभी ऑफिस से बाहर निकल रही हू, कविता ने ऑफिस से बाहर आते हुआ कहा.
अच्छा सुन अंकिता आज कहीं बाहर चले क्या और खाना भी बाहर खाएंगे, हाँ ठीक है कविता तू दस मिनट रुक आती हू और तुझे पता है आज विद्या भी मेरे साथ ही है तो तीनों बाहर ही जाते है ठीक है.
कविता अंकिता का फोन रख वही अंकिता और विद्या का इंतजार करने लगी, विद्या कविता की रूममेट थी.
कविता अंकिता और विद्या तीनों पिछले लगभग दो साल से साथ मे रहते थे.....