खेलों में शिक्षण के साथ प्रशिक्षण का महत्त्व
व्यक्ति को अपने जीवन में पग-पग पर शिक्षण और प्रशिक्षण की आवश्यकता पड़ती है I प्रशिक्षण ही वह चाक है, जिस पर कुशल कुम्हार के हाथों मिटटी का साधारण सा लोंदा खूबसूरत कुल्हड़, घड़ा या जगत को प्रकाश देने वाला दीपक बन जाता है I यूं तो कुछ प्रतिभाएं जन्मजात होती हैं, पर प्रशिक्षण पाकर ही वे अपनी अधिकतम क्षमता