26 अक्टूबर 2022
याद आये वो बचपन के दिन,जब गोबर से आँगन लिपते थे,घर के बीच के आँगन में,गोबर के गोवर्धन रखते थे।दिवाली की मिठाई के बाद,कढ़ी-भात जब बनते थे,पहली थाली गोवर्धन की थी,सब बाद में भोजन करते थे।माँ अपने हाथों स