एक छोटा बालक अपने घर के बगीचे में खेल रहा था। उसने एक गुलाब के पौधे को फूलों से लदा हुआ देखा। उसे वह पौधा बहुत आकर्षित लगा। उसे उस पौधे पर खिले हुए गुलाबी रंग की गुलाब बहुत प्यारे लग रहे थे। उसने उसमें से दो गुलाब तोड़ लिए। लेकिन ज्यों ही तीसरा गुलाब तोड़ने लगा, उसकी उंगली में एक कांटा चुभ गया। कांटा चुभने के कारण उसने रोना शुरू कर दिया।
उस बालक का क्रंदन सुन उसकी मां दौड़ी-दौड़ी आई। उसने अपने बेटे से रोने का कारण पूछा। उस बच्चे ने बताया कि कांटा चुभने की वजह से वह रोने लगा था। उस बच्चे की मां ने बच्चे से कहा कि जिंदगी में कुछ पाने के लिए बहुत सी बाधाओं का सामना करना पड़ता है। जैसे कांटों की चुभन के बाद तुम्हें सुंदर गुलाब मिला।
मार्ग में आने वाली बाधाओं और कठिन परिस्थितियों से बुद्धि के बल पर निपटा जा सकता है। फूल तोड़ते वक्त तुम्हें एक हाथ से कांटे हटाने चाहिए थे और दूसरे हाथ से फूल तोड़ने चाहिए थे। जिससे तुम कांटों से बच पाते। मां की यह सबक सुनकर बच्चे ने सीखा कि जिंदगी में अपने प्रयास और बुद्धि के बल पर राह के कांटों को हटाकर जिंदगी रूपी गुलाब को पाया जा सकता है।
शीर्षक:- हम अपनी बुद्धि के बल पर जीवन में सदैव
सफलता प्राप्त कर सकते हैं।