हैलो डियर काव्यांक्षी
सुप्रभात 💐कैसी हो, और मेरी स्वीट सी शब्द फैमिली कैसी है , आशा है सभी तुम्हारे जैसे अच्छे और स्वस्थ है, और हमेशा रहे भी,
काव्यांक्षी,ये कैसा भाग्य का खेल है, चाहे कितनी मेहनत कर को हमने जो सोचा वो परिणाम मिलता है नहीं , जाने कब तक चलेगा ये भाग्य का खेल, कभी तो मनचाही खुशियों से मेल, कब तलक ये सफर रहेगा जारी
कभी तो रास्ते खत्म हो और मिल जाए हमे मंजिल हमारी,
जिंदगी के इस सफ़र मे इतना हो यार हो,रहे मेरे अपने संग और साथ दोस्तो का प्यार हो,
काव्यांक्षी जो ऐसा जीवन मिल जाए तो पतझड़ भी मौसम ए बहार हो, हर ग़म से फिर लड़ जाए,अपनो का साथ मिले तो ना माने हार हम चट्टान से मुश्किलों से अड़ जाए, काव्यांक्षी अब रोज की क्या बातें तुम्हे बताऊं तुम तो जानती ही हो अपनी तो एक सिंपल साधारण सी दिनचर्या है 5 बजे उठना घर के काम करना फ्री टाइम मिलते ही इस शब्द पर आना कुछ रचनाएं पढ़ना और अपनी लिखी पोस्ट करना, सबके like comment देख कर खुश होना, फिर वही घर का रोजमर्रा वाला काम
इस दौरान जो मन में ख्याल चलते है, उनको शब्दो मै सजाकर पेश करने की छोटी सी कोशिश करते रहना, ओर तुमसे सब जो मन में चलता है सीधे ही बता देना , तुम्हारे सामने जो जैसा है मन में बस बता देना ना शब्दों में सजाने की जरुरत न अहसास अपने समझाने की
की कोशिश तुम यू ही सब समझ जो जाती हो
काव्यांक्षी अब बस कुछ समय ये भाग्य अपना खेल ना खेले और सुकून भरे पल का ठहराव दे दे बस
चलो अभी मै चलती हू, अपना ख्याल रखना love you 😘
खोना पाना ये तो सब भाग्य का खेल
कभी सुख की छाया कभी गम की धूप
एक से बिछड़ना दूजे होता मेल
काव्या