💕डियर काव्यांक्षी💕
कैसी हो, प्यारी सखी, शुभ प्रभात सखी💓काफी दिनों से व्यस्त थी तुमसे बात करने का समय ही नहीं मिला आज तुमसे बात करने आ ही गई, काव्यांक्षी ये क्रुरूना का मतलब क्या है,क्या दिखावे के लिए किया गया अच्छा काम करुणा कहलाता हैं नही ना काव्यांक्षी करुणा सकारात्मक भाव। जब हम दूसरों की पीड़ा को देखते हैं तो हमारे अंदर भी पीड़ा का भाव उत्पन्न होना स्वाभाविक है, यह भाव हमें दूसरों की पीड़ा को दूर करने की प्रेरणा देता है, दूसरों के दुख को देखकर दुखी होना और उसको दूर करने की कोशिश करना ही सच्ची करुणा है।
अगर हम किसी को दुख में देखते है परेशानी मे देखते है , हमें तकलीफ तो होती है , कुछ देर वो तकलीफ कम या खत्म है जाती है, हम उसके दुख दर्द को कम करने की चाह ना रखे ये तो करुणा नहीं,
हम अपने करीबी लोगों के दुख मे दुखी होते है उनके लिए करुणा होना स्वभाविक है , अपनो के दुखी होने की सोच से ही हम दुखी हो जाते है, पर जब कोई अपना ना ही फिर भी हम उसके दुख को दूर करने के लिए कुछ करे वी सच्ची करुणा है, करुणा तो फूल सी होनी चाहते बिना भेदभाव के जैसे फूल एक समान महक देता है सभी को वैसे , हां अपने करीबियों के लिए मन में ज्यादा भाव होना स्वभाविक है,
पर जब हम दूसरो की सहायता बिना स्वार्थ के करते है वो सही मायने मे इंसानियत ओर करूं व्यक्ति की पहचान है।
करुणा फूल खिले
प्रेम की बगिया
करे ना कोई भेद
महकाने में
काव्या