चाहत के सफ़र में,
जो मिल जाए
सच्चा हमसफ़र।
राहें हो खुशनुमा,
दिलकश लगे हर मंज़र।
इश्क ना नशा ,
फिज़ाओं ने छाएं,
तुम हमसफ़र जो बन जाए।
31 मार्च 2022
चाहत के सफ़र में,
जो मिल जाए
सच्चा हमसफ़र।
राहें हो खुशनुमा,
दिलकश लगे हर मंज़र।
इश्क ना नशा ,
फिज़ाओं ने छाएं,
तुम हमसफ़र जो बन जाए।