बुलबुल के फड़फड़ाने से गर चील मर जाए, तब तो गलती चील की है बुलबुल की नहीं. चील को तो यूँ भी आनी थी मौत एक रोज़, इलज़ाम बुलबुल पे लगे ये बात अच्छी तो नहीं. बाज़ों का शोर है चील के मरने पर किसलिए, बुलबुल के पर कतरने का मौका भ
बिज्जू का इंटरव्यू अच्छा हो गया था और अब बस इंटर कॉलेज में नौकरी पक्की ही थी. घरवाले भी खुश और बिज्जू भी. घरवालों को अब लड़की ढूँढने की कसमसाहट होने लगी और उनका बस चलता तो बिज्जू की नौकरी जिस दिन लगती उसी दिन बिज्जू को घोड़ी पर भी चढ़ा दे