सोशल मीडिया. वो प्लेटफॉर्म, जिसने 2014 में बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने का रास्ता बनाया. मुख्यत: फेसबुक और ट्विटर. पिछले दो हफ्ते से सोशल मीडिया पर लोग केंद्र सरकार को हांक रहे हैं कि वो केरल की ज़्यादा मदद क्यों नहीं कर रही है. सरकार की आलोचना के लिए लोग यही तर्क इस्तेमाल
किसी भी प्रोडक्ट को बाज़ार में लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञापन बहुत ज़रूरी है, तभी तो बड़ी-बड़ी कंपनियां करोड़ों रुपए सिर्फ विज्ञापनों पर ही फूंक डालती हैं और कुछ विज्ञापन वाकई इतने अच्छे होते हैं कि उन्हें बार-बार देखने का मन होता है, मगर सब इतने अच्छे नहीं होते। कुछ विज
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हमारे देश में यह नई बात नहीं है कि सिर्फ और सिर्फ पैसे की खातिर तमाम सेलिब्रिटीज उन वस्तुओं को भी प्रमोट करते नज़र आ जाते हैं, जो आम जनता के लिए सीधे तौर पर हानिकारक होता है. अगर घुमा फिरा के बात ना की जाए तो हमें नज़र आ जायेगा कि तमाम टॉप ग्रेड स्टार बॉलीवुड के सितारे हों अथवा क्रिकेट खिलाड़ी हों, उन
यह विज्ञापनों का देश था।कुछ विज्ञापन देकर कमाते थे, कुछ लेकर।गली, मोहल्ले, बाजार, स्कूल, पेड़, पौधे, सार्वजनिक सुविधा घर यहां तक कि दूसरों की फेसबुक दीवार और रोटी पर तक लोग विज्ञापन लगाने से नहीं चूकते थे। जो लोग विज्ञापन नहीं लगवाना चाहते थे वे भी अपनी दीवारों पर विज्ञापन देकर लिखते थे कि यहां विज्ञ