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HY , Some time i can touch your heart,some time i can't..some time you will feel me with you,some time you will not..some time you can be in think of me,some time you can't.. But i am always with you, because i am that 'some time' when your eyes are teary or your lips are smiling.. when your mind is in tension or your heart is in love.. when you are in cloud or you are feeling alone.. I AM WITH YOU..because i am that 'some time'...i am THE TIME.... मैं वही लम्हा हूँ ....

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तेरे इश्क़ में

17 मार्च 2018
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https://himaniyadav.blogspot.in/2018/03/tere-isq-me.html#links

Just read,then think..............

9 जुलाई 2017
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There is nothing to say about me,But i want to tell.I am himani.himani yadav.'himani'ka matlab he barf ki nadi.meri jindgi bhi kuch esi hi he.hamesha badalti hi rahti he,kabhi rukti hi nahi.me jayda badi nahi hu,par bahut sochti hu.jaruri bhi he.....thoda muskil hota he c

मेरे दवारा

19 जनवरी 2017
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यूँ ही नहीं लिखती मैं, कोई तो वजह होगी.आँखों में नहीं दखती , पर कही तो जगह होगी ...

कोई तुम सा नहीं

22 नवम्बर 2016
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kaha talasu mai tumhe,ki koi surat tumsi nahi.na anko mae satrang h na julfo me bijli,na chehre me nur na rang me vo surur,vo asmani si palke,vo muskuraht jo budo si jhalke,kaha dhudhu mai tumhe,ki koi surat tum si nahi..kaha paugi tumhe ki koi sirat tumsi nahi.baris ki b

अजीब सी श्रद्धा

12 अक्टूबर 2016
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अजीब सी श्रद्धा है तुझसे , की तुझे मांगना भी है , और छोड़ना भी .हम सनातन वाले हर तिनके को पूजते है , की तुझे पूजना भी है ,और फेकना भी. अन्न तो ईस्वर है हमारे लिए ,की उसे माथे पे लगाना भी है ,और पैरों में रोंधना भी. अजीब सी श्रद्धा है हमारी, कि दिवाली पे स

अंधी मोहब्बत

10 अक्टूबर 2016
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बेशक मोहब्बत अंधी ही है . जो न होती तो , दोस्त , रिश्ते .भविष्य और किताबे हमें सब दिखते , तुम्हारे सिवा ....जैसे तुम्हे दिखता होगा ,हमारे सिवा ........

हल -e - दिल

3 अप्रैल 2016
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कोई समझता ही नहीं मुझे, तो समझउ  क्या ? बहते हुए लहू में भी दिखता नहीं किसी को मेरा दर्द, तो दिखाऊ क्या ? जब कोई सुन ही नहीं सकता तो हल - e-दिल बताओ क्या ? 

लम्हा दर लम्हा

2 फरवरी 2016
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Katra ktra dil                   asuo me pighalta chala gya...Mene hath thama ki shayd vo ruk jae,                 or lmha dr lamha vo nikalta chala gya...

रौशनी

4 जनवरी 2016
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कुछ लोग तो पानी के रंग में   भी  नहा जाते है , एक हम है,जिन्हे  रौशनी भी सफ़ेद  लगती है………

टुकड़ा

29 दिसम्बर 2015
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जो  हाथो  से  हो  कर  आँखों  तक  जाए  वो  जाम  गलत है ,'barf को पानी कहना' बेशक  ये इल्जात है ।अंत  गलत  हो  तो  दोष  कहानी  का नहीं होता ।और  जो अलग हो  के  वापस  न आए  वो  टुकड़ा  हिमानी  का  नही होता... 

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