यह इंगलैण्ड की कम्पनी है जो
1933 मे भाऱत आई थी.इसका
67% लाभांस इंगलैण्ड जाता है…
33% यहां कम्पनी पर रव्रर्च किया जाता है। नीलसन नामक कम्पनी ने
सर्वे कर पता लगाया है हर 3 मे से 2
भारतीय कम्पनी का
उत्पादन खरीदते है। लाभ इंगलैण्ड चला जाता है
तथा रुपये की कीमत
कम हो रही है जिससे महंगाई और अधिक
बढ रही है-
साबुन:- लाईफबाय, डव,लक्स,रेक्सोना.
पेप्सीडेट क्लोज…अप,सनिसल्क,
सर्फ-एक्सेल,एक्टिव व्हील.
ये सब इसी कम्पनी के उत्पाद है.
हर पैकिंग पर हिन्दुस्तान
यूनी लीवर लिखा होता है।.
जितना हो सके उतना इसका सामन कम खरीदे
स्वदेशी अपनाओ देश बजाओ
वन्देमातरम्