shabd-logo

दिल...!!

22 अक्टूबर 2021

30 बार देखा गया 30
कमबख्त दिल
कहाँ कभी कुछ सुनता था.. 
झलका देता था ज़ज्बात
आँखों को रुला देता था.. 
अब उतार दिया इसे शीशि में 
ढक्कन भी बंद कर लिया.. 
ना साँस लेता है ना धड़कता है 
यूँ दिल को शीशि में कैद कर लिया..

~माहिरा चौधरी "मीत" ✍️

माहिरा चौधरी "मीत" की अन्य किताबें

22 अक्टूबर 2021

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

बेहतरीन 👌

22 अक्टूबर 2021

माहिरा चौधरी "मीत"

माहिरा चौधरी "मीत"

22 अक्टूबर 2021

शुक्रिया आपका 💐💐

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए