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इश्क में शायरी

29 नवम्बर 2022

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सुना है वो बहुत खुबसूरत है
क्या  तुम्हे उससे मोहब्बत है 
चलो इक मुलाकात करते है
क्या   तुम्हारी   इजाजत   है

उस तलक मेरी बात क्यों नही जाती
कोसता  हूं  तो , मर क्यों नही जाती
बर्बाद करके याद और करती है, मुझे
देखूं , इक  दिन  घर क्यों नही आती
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रचनाएँ
दैनन्दिनी
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यहां आपको रोज नई नई शायरिया पढ़ने को मिलेंगी।
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इश्क में शायरी

16 नवम्बर 2022
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आजकल वक्त बर्बाद बहुत कर रहा हूं मै

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इश्क में शायरी

18 नवम्बर 2022
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इंतजार है बरसों से, इंतिहां तो ना लोदिल लगाया है तुमसे , सजा तो ना दोगुजारिश है निगाहों से तेरी,दीदार का इतना जुर्माना तो ना लोडूबे हुए हैं किनारे गिलासों में,अब इतन

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इश्क में शायरी

18 नवम्बर 2022
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जिस्म से रुह तक उतर सी गई आज मुझको मधु चढ़ सी गईरातभर थकन महसूस ही नही,सुबह देखा तो फिर से उतर सी गईतूने मुझ पर ये कैसा जादू टोना किया,जो पी&nbs

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इश्क में शायरी

29 नवम्बर 2022
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सुना है वो बहुत खुबसूरत हैक्या तुम्हे उससे मोहब्बत है चलो इक मुलाकात करते हैक्या तुम्हारी इजाजत हैउस तलक मेरी बात क्यों नही जातीकोसता हूं तो

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शेर

7 जनवरी 2023
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सच कहने के वो नही आदी,सोचते है देश कैसे बेचा जाएबचाकुछा दाना जो भूखे पेटो में,सोचते है वो भी कैसे लोचा जाएगिरवी पड़ी है जमीं अखबारों की,सोचते है सच कैसे छापा जाएसच के मरीज, लोग झूठ सु

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इश्क में शायरी

7 जनवरी 2023
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इश्क के जाल में कब तक रह पाएगा

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