फिंजा में धीरे-धीरे घुल रहा है
नफरत का जहर
अदृश्य दर्द के घावों की तरह
निशां जहन में रह जाते हैं
किसने लगाई हैं
ये नफरत की आग
सब जानते हैं 'अश्विनी'
कोई नहीं बोल रहा है
-अश्विनी कुमार मिश्रा
26 अप्रैल 2021
फिंजा में धीरे-धीरे घुल रहा है
नफरत का जहर
अदृश्य दर्द के घावों की तरह
निशां जहन में रह जाते हैं
किसने लगाई हैं
ये नफरत की आग
सब जानते हैं 'अश्विनी'
कोई नहीं बोल रहा है
-अश्विनी कुमार मिश्रा
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दोस्तों, मेरा नाम अश्विनी कुमार मिश्रा (Ashvini Kumar Mishra) है। मेरा मूल निवास इंदौर मध्यप्रदेश है। मैने कॉमर्स में ग्रेजुएशन वैष्णव कॉमर्स कॉलेज, देवि अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से किया है। वर्तमान में परिवार सहित राऊ, इंदौर में रहता हूँ। इंदौर में ही छोटा सा बिज़नेस है। मुझे जब भी समय मिलता है- घर में मोबाइल खोलकर लिखने बैठ जाता हूँ।
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