मैं जिंदा रहूंगा यारों
तुम भी जिंदा रहना यारों
तुमसे मिलना जो हैं
संकट का दौर है यारों
संकट को तो टालना ही होगा
रुक गया है जो दौर मुलाकात का
ये दौर भी निकल जायेगा यारों
वो दौर जरूर शुरू होगा फिर यारों
सुनहरा कल फिर से आएगा
जब हम तुम होंगे साथ यारों
मैं जिंदा रहूंगा तुम साथ रहना यारों
तुम भी साथ रहना यारों.....
-अश्विनी कुमार मिश्रा