ऐ मन बता दे
क्या ढूँढ रहा है तू
ऐ मन बता दे तू
मन बोला ये ज़िंदा हूँ मैं
कोई याद बचपन की दिला रहा है
रास्ते वो बता रहा है
मन का ये आँचल चाहता तो है
खुले आसमान में उड़ना
ख़्याल कब से ये छुपा के रखा है
ये ख़्वाहिश है मेरे मन की
उस को ढूँढ रहा हूँ
-अश्विनी कुमार मिश्रा