खामोशी कह रही है कान में
क्यों वीराना पड़ा है जहां में
जिंदगी कह रही वक़्त हमारा बदलने वाला है
जो अंधेरा फैला है चारों तरफ़
उस पर उमीद का सूरज निकलने वाला है
हौसला भी बुलंद हैं इरादे भी मजबूत
जिंदगी चाल नई फिर से चलने वाली है
खुशियां भी फिर आने वाली है
खुशियां आने वाली है.....
-अश्विनी कुमार मिश्रा