चलो फिर शुरू करते है
जो पन्ने बेरंग हो गये
उनको नया रंग देते है
टूट कर जो बिखरी है जिंदगी
उसको फिर जोड़ते है
जो छूट गए है उन्हें भूल
बाकि को साथ ले आगे बढ़ते है
इस जिंदगी में बहुत से रंग हैं
हर रंग को फिर से जीते है
जब तक जिंदगी है तब तक
इस जिंदगी को खुलकर जीते है
चलो फिर जिंदगी जीते है
चलो फिर शुरू करते है....
-अश्विनी कुमार मिश्रा