12 जून 2022
सब मिट्टी से पैदा होकर उसी में मिल जाता है। राजा हो या रंक सबका अंत एक-सा होता है।। काम बिगड़ते देर नहीं बनते देर लगती है। मृत्यु गलतियों पर नकाब डाल देती है।। कभी के दिन तो कभी रात बड़ी होती है