ये किताब उस कहन का अभिलेखीय संग्रह है जिसे अक्सर हम किसी खास से रूबरू होकर कह नहीं पाये होते हैं । इस किताब के हर अध्याय में कुछ ऐसा है जो आपको ये एहसास कराएगा कि बिल्कुल यही सब तो कहना था । तो आइए इस सफर में तरोताज़ा कीजिये उन मखमली सुनहरी यादों को ,जिन्हें अल्फाज़ो में भरने की भरसक कोशिश इस क़िताब में की गयी है ।