स्वतंत्रता की सहनाई में गूँज रहा वलिदान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
------------शोणित से कण-कण सींचा जो, आज उपेक्षित है.
------------इतिहास के पन्नों में खोजो, कोने में अंकित है.
आतताइयों के दलाल अब करते हैं गुणगान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
------------मुगलों अंग्रेजों का सदियों से , झेल रहा संत्रास.
------------शठ शिक्षा दीक्षा संस्कार का, करता सत्यानाश.
फूट डाल कर मिटा रहा भारत की पहचान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
-----------उसकी सेना में भर्ती थे, यहीं के सारे लोग.
-----------यहीं के लोगों को हतने में, करता इन्हें प्रयोग.
क्रांति छेड़ दिया तब जब जागा स्वाभिमान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
------------स्वतंत्रता के बाद आज हम, बन बैठे अंग्रेज.
------------उनके कृत्यों से हमको, तनिक नहीं परहेज.
अब अंग्रेजी से आहत होकर हिंदी लहूलुहान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
------------दबा रहे भारत दल दल में, नित्य बना नव दल.
-----------आखेटक बन गिद्धों जैसा, कर नेता कल बल छल.
स्वेताम्बरधारी करता पहले अपना उत्थान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
-------------भ्रष्टाचार घोटाला हत्या, नेता की पहचान.
-------------परेशान हैं सिख ईसाई, हिंदू मुसलमान.
जाति धर्म की ढाल लिए वे करते शोणितपान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
------------मकड़ी सा जाला बुन करके, ताक रहे विद्रोही.
------------सहयोगी और समर्थक हैं, यहीं के कुछ निर्मोही.
यही दशा रही तो''निर्झर''क्या होगा भगवान.
अश्रु भरी आँखों से चुप हो सुनता हिंदुस्तान.
-----------आप सभी मित्रों को 71वां स्वतंत्रता दिवस का हार्दिक अभिनंदन.
------निर्झर आजमगढ़ी.