हृदय पर चित्र आपका उतार लिया है. -----
बे हिसाब इस तरह से प्यार किया है.
भले तुम्हारे ख्वाब में आता हो कोई और-- -----
हर श्वाँस तेरी याद की लेकर के जिया है.
बे हिसाब इस तरह से प्यार किया है.
फूलों सा सँजोकर उसे रखा है हृदय में--- ------
प्यार ने अबतक जो मुझे खार दिया है.
बे हिसाब इस तरह से प्यार किया है.
फटने नहीं दिया कभी मैं याद-झगोला-- -------
हर हाल में मिले हुये नश्तर से सिया है.
बे हिसाब इस तरह से प्यार किया है.
डँस रहे हैं व्याल नित यादों के विषैले-- -------
चुपचाप हो के 'निर्झर' विषधार पिया है.
बे हिसाब इस तरह से प्यार किया है.