ये कैसा दशहरा
ये कैसा दशहरा
आज मेरे देश में
ये क्या हो रहा है.
दहशत भरी है हवा में,
डर लग रहा है,
जगह जगह यहाँ तो
रक्तपात हो रहा है.
कहीं इस देश में
इस दशहरा में रावण की जगह,
शायद, राम तो नहीं जल रहा है.
पता नहीं कब से,
हर दशहरे रावण जल रहा है,पर आज देश में
लंकेश का
राज चल रहा है.
होलिका दहन की जगह
शायद, सीता दहन हो रहा है.
उठो नागरिक,
अब बनो राम
दो दश-आनन को ज्ञान दान,
शर चाप सँभालो फिर से तुम,
दस आनन धड़ छोड़ गिरें
राक्षस सेना बेहोश मरे,
फिर रामराज्य आ जाए यहाँ,
रावण कहीं भी जाए समा.
दानव को वीर गति दे दो
भारत को फिर से मति दे दो.
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