व्यवस्थापकगण
एवं पाठकगण
शब्द नगरी ने अपने डेशबोर्ड पर जाने के लिए बहुत सारी अड़चनें पैदा कर दी हैं.
हर बार शब्दनगरी खोलने पर मेल वेरिफाई करने को कहा जा रहा है और तो और यह भी संदेश मिल रहा है कि मेल नहीं मिलने की हालात में अपना मेल बदलें. जबकि समस्या उनके साथ है और सब जगह से मेल संपर्क सुचारू रूप से चल रहा है.
लेख लिखने के लिए , पोस्टकरने के लिए असुविधा है और बहुत मेहनत करनी पड़ रही है. बार बार की कोशिश में परेशानी हो रही है. इसलिए मैंने शब्दनगरी छोड़ने का निर्णय ले लिया है. आप सब की सूचना के लिए यह संदेश है.
अब आप यहाँ मेरे लेखोंकी आशा न करें.
आपने जो अपनापन जताया उसके लिए सहृदय आभार
सादर.
माड़भूषि रंगराज अयंगर.