एक दिन जूलियस सीजर को ढेर सारे पत्रों का एक बंडल प्राप्त हुआ । ये पत्र उन्हें उन के शत्रु द्वारा लिखे गए थे।
सीजर ने उन पत्रों को पढ़े बिना ही आग में झोक दिया।
उसी समय उन के एक मित्र ने कक्ष में प्रवेश किया। यह सब देख उसने सीजर से पूछा, "आपने ये पत्र जला क्यों दिए ? इन्हें तो आपको शत्रु के विरुद्ध प्रमाण के रुप में संभाल के रखना चाहिए था।"
सीजर ने उस मित्र को समझाया, "इन पत्रों को जला देना ही उचित था। ये सभी पत्र क्रोध में लिखे गए थे। क्रोध को मिटाने का सबसे सरल उपाय है कि क्रोध दिलाने वाले कारणों को ही मिटा दिया जाए। मानव का सबसे बड़ा शत्रु तो क्रोध ही है। यदि क्रोध को मिटा दिया जाए तो शत्रुता अपनेआप ही मिट जाएगी।"
जूलियस सीजर की यह सीख सुन उनका मित्र उनके सामने नतमस्तक हो गया।