यह पुस्तक मेरे मनोभावों की शब्दाभियक्ति है। यह काव्यात्मक प्रस्तुति समर्पित है स्त्री-विमर्श को।
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<div>तो आंखें गीली होती हैं.....</div><div><br></div><div>कुछ बातें ह्रदय की गहराई को छूती हैं, 
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