24 जनवरी 2016
योग्यता ऐसी बात है की प्रयत्न से बढ़ाई जा सकती है | जिसे बढ़ानी है उसे प्रयत्न करनेकी और उन प्रयासों में मददगार हो ऐसे सुविधाओंकी जरुरत होती है | फिर भी हर कोई हर तरह की योग्यता प्राप्त नहीं कर सकता | तब उसे उसके मूल प्रकृति के अनुसार ही योग्यताएं प्राप्त हो सकती , जिसके लिए प्रयास किया जा सकता है । प्रयासोन् के पश्चात् भी अगर कोई किसी योग्य्ता को प्राप्त नहीं कर सकता है तब उसके लिए शारीरिक श्रम ही एकमात्र मार्ग रहता है । इसलिए मूल प्रकृति या अप्तीतुद् देखके ही आगे बढ़ाने की सम्भावना बचती है । और वह हमारे यहाँ जाती आधारित आरक्षण की वजह से संभव नहीं हो प्ा रहा है | इसलिए जाती के बिना सम्भावना को देखकर सिर्फ शिक्षा हेतु आरक्षण देना चाहिए |
3 फरवरी 2016
<p>आरक्षण जाति के आधार पर नहीं बल्कि आर्थिक आधार पर होना चाहिए</p>
2 फरवरी 2016
<p>नहीं !आरक्षण का आधार बदलना चाहिये ! आरक्षण का लाभ उन सभी को मिले जिनको वास्तविक जरुरत है ! जातिगत या गिनती आधारित नहीं होना चाहिए!</p>
1 फरवरी 2016
आखिर यही प्रश्न क्यों बड़े अक्षरो में दिया गया है? शायद मेरे ईस सवाल में ही इस प्रश्न का जवाब भी मिल जायेगा की हाँ आरक्षण अभी भी बहुत ज़रूरी है क्योंकि अब भी जातिवादी मानसिकता लोगो par हावी है और इसके चलते दलितों और आदिवासियों और पिछडो को न्याय नहीं मिल सकता है . बल्कि महिलाओ और अन्य अपेक्षित समुदायों को भी आरक्षण की ज़रूरत है
31 जनवरी 2016
<p>आरक्षण ख़त्म कर देना चाहिए <span></span><span></span><span></span><span></span>या <span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span>फिर बास्तव में <span></span>जो गरीब हो उसे दे . <span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span></p>
30 जनवरी 2016
पूरी तरह से नहीं हो सकते पर कुछ बात से सहमत है
24 जनवरी 2016