18 दिसम्बर 2015
<p>इसका एक मुख्य कारण ये भी है की </p><p>अधिकतर लोग/छात्र नौकरी ढूंढने में विश्वास रखते हैं नौकरी <span style="line-height: 1.42857;">बनाने के बारे में नहीं सोचते </span></p><p><span style="line-height: 1.42857;"><span style="line-height: 1.42857;">यदि पढ़े-लिखे लोग चाहें तो स्वयं भी नौकरी के अवसर ल सकते हैं </span></span></p><p><span style="line-height: 1.42857;"><span style="line-height: 1.42857;">इसके लिए आवश्यक है </span></span></p><p><span style="line-height: 1.42857;"><span style="line-height: 1.42857;">आत्मविश्वास </span></span></p><p><span style="line-height: 1.42857;"><span style="line-height: 1.42857;">दूरगामी सोच </span></span></p><p><span style="line-height: 1.42857;"><span style="line-height: 1.42857;">लोगों</span></span><span style="line-height: 1.42857;"> को इकट्ठा कर काम लेने की क्षमता </span></p><p><span style="line-height: 1.42857;">व अपने ज्ञान का उचित प्रयोग करने की क्षमता </span></p><p><span style="line-height: 1.42857;">कुछ</span><span style="line-height: 1.42857;"> प्रारम्भिक राशि के साथ भी छोटे पैमाने से काम शुरू किया जा सकता है</span></p><span style="line-height: 1.42857;"><br></span><p><span style="line-height: 1.42857;">पर</span><span style="line-height: 1.42857;"> </span><span style="line-height: 1.42857;"> पढ़े-लिखकर अधिकतर छात्र और अभभावक ऐसा सोचते ही नहीं </span></p><p><span style="line-height: 1.42857;">केवल नौकरी ही तलाशते रह जाते हैं <br></span><span style="line-height: 1.42857;"><br></span></p><p><span style="line-height: 1.42857;">आपका क्या विचार है?</span></p>
23 दिसम्बर 2015
<p>eske anek karan hain.bharat ek krishi pradhan desh hai,jishmen munafa kam hai.krishi utpadit malon ki kimat manufactured samanoen ki tulna men kam milti hai.sarkar bhi es or thosh niti nahi la pati hai.</p><p>dushra karan hai untrained karigar rahne ke chalte.ab modi sarkar kaushal kendra chalakar is kami ko dur karne ka prayas kar rahi hai.</p><p>tishra karan hai,har rajya mein saman rup se industrailisation nahi hona.</p><p>chhotha karan hai state govt ki ichha sakti ki abhav.samay par udyamiyoen ko abantit jamin upladha karane men bipfal hona.</p><p>antim karan,harare system men byapt bhratachar jo ek mahan kodh sabit ho raha hae.</p><p>kramashah.</p>kailash thakur
20 दिसम्बर 2015
कोई bhi vayakti जो degree ya diploma लेता hai आर usne सही mehnat से degree की है नक़ल se nhi की तो वो बेरोजगार nhi रहेगा बेरोजगार नक़ल se ya point pr पास होने vale ही rhte है ya phir जो हायर डिग्री लेते है पर उनमे नॉलेज 10th वालो jitni bhi नही hoti vo ही बेरोजगार रहते hai
19 दिसम्बर 2015
कोई bhi vayakti जो degree ya diploma लेता hai आर usne सही mehnat से degree की है नक़ल se nhi की तो वो बेरोजगार nhi रहेगा बेरोजगार नक़ल se ya point pr पास होने vale ही rhte है ya phir जो हायर डिग्री लेते है पर उनमे नॉलेज 10th वालो jitni bhi नही hoti vo ही बेरोजगार रहते hai
19 दिसम्बर 2015
<p>भारत में श्िाक्षित लोग ज्यादा बेरोजगार इसलिए है क्योंकि वह शारीरिक मेहमत का काम नहीं करना चाहते हैं, कृषि एक ऐसा व्यवासाय है जिसमें सबसे ज्यादा मेहनत लगती है, और एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें सबसे ज्यादा रोजगार के साधन भी मौजूद हैं। भारत में अंग्रेजों के आगमन के पहले उत्तम खेती, मध्यम व्यापार और अधम चाकरी' ऐसा कहा जाता था, क्योकि दुसरे के घर पर नौकरी रहना सबसे खराब़ कार्य माना जाता था, समय के साथ यह विचार बदल गया। लेकिन यदि हम खेती व्यवसाय करके रोजगार की समस्या से निजाद पा सकते हैं। जिम में जाकर वर्जीश करने से अच्छा है, खेती करने के पसीना बहाया जाए और अपने मसल्स को अधिक सशक्त बनाया जाए, इससे बेरोजगारी की समस्या भी मिट जाएगी और मेहनत करने से शरीर भी बलवान बनेगा।</p>
19 दिसम्बर 2015
<p>शिक्षित लोग अपनी प्रतिष्ठा ऊँचे पद पर समझता है। अतः छोटी मोटी काम या पद पर पढ़े-लिखे लोग अपना अपमान मानते हैं।</p>प्रतिष्ठा और अपमान ये दोनों तत्व से जो व्यक्ति परे है वह बेरोजगार नहीं हो सकता।
19 दिसम्बर 2015
शिक्षा के हिसाब से नौकरी मिलती है.लेकिन भारत के लोग शिक्षा के हिसाब se नहीं जरुरत के हिसाब से अधिक वेतन की नौकरी की मंशा पा<span></span>ल कर बेरोजगार बैठे रहते है .<span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span> <span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span><span></span>
18 दिसम्बर 2015
भ्रष्टाचार के कारण
18 दिसम्बर 2015
<p>शिक्षा ब्यवस्था ठीक नही है विद्यार्थी बाबू बनता है , कामगार नही। और शिक्षा ब्यवहारिक व स्वावलम्बी नही ब्न्प्ा् र्््ह्््ी्््।्््</p><p><br></p><p> प</p><br>
18 दिसम्बर 2015
<p>1 ) शिक्षित वर्ग सिर्फ सरकारी नौकरी चाहता है। जिसके कारण बेरोज़गारी अधिक है। </p><p>2 ) छोटी सी छोटी नौकरी ( चपरासी / क्लर्क /इत्यादी ) के लिए भी मांगी गयी योग्यता से अधिक पढ़े लोग उस पर आवेदन करते हैं ? अगर 8 या 10 वी पास के लिए है तो उसके लिए कुछ लोग स्नातक या अधिक होते हुए भी आवेदन करते हैं ? जिससे वो बच्चे जिनके लिए सरकार रोज़गार / काम देना चाहती है वो वंचित हो जातेहैं ? </p><p>कियोँके ८ या १० पास कक्षा वाले उनकी नौकरी मैं आवेदन नहीं भर सकते ? पर ये लोग आवेदन कर उन बच्चों के लिए भी रास्ता रोक देते हैं ? ये उचित नहीं है ? अगर स्नातक वाला चपरासी के लिए आवेदन देता है इसका अर्थ है वह ऊंची पद के लिए अपने आप को नहीं समझता ?</p><p>3 ) कई लोग निजी कम्पनी मैं कार्यरत होने अपने आप को बेरोज़गार कह कर आवदन देता है जिसके कारण कई बच्चे उस नौकरी से वंचित रह जाते हैं ? </p><p>4 ) सरकारी या निजी क्षेत्र मैं भ्र्ष्टाचार के कारण लोग अच्छी पोस्ट के लिए आवेदन देकर वो जगह प्राप्त कर लेते हैं। माना हर कोई अच्छे नौकरी चाहता है पर किया रिश्वत देकर या किसी की सिफारिश लेकर नौकरी पाना भी तो उचित नहीं है ? </p>
18 दिसम्बर 2015