30 मार्च 2016
<p><span style="color: rgb(51, 51, 51); font-family: 'Noto Sans', sans-serif; font-size: 13px; font-style: normal; font-variant: normal; font-weight: normal; letter-spacing: normal; line-height: 18px; orphans: 2; text-align: -webkit-auto; text-indent: 0px; text-transform: none; white-space: normal; widows: 2; word-spacing: 0px; -webkit-text-size-adjust: auto; -webkit-text-stroke-width: 0px; background-color: rgb(255, 255, 255); display: inline !important; float: none; ">ऋषि जी, इस हिंदी मंच को लोकप्रिय बनाने वाले भी तो आप और हम जैसे हिन्दीप्रेमी ही हैं...जहाँ-जहाँ और जब-जब इसकी घटती लोकप्रियता का आभास हो, हम आप मिल बैठें और तय करें कि इसे और लोकप्रिय बनाने के लिए हम सब मिलकर क्या कर सकते हैं I एक ओर जहाँ अंग्रेजी और अन्य भाषाओँ का बोलबाला है, तो दूसरी ओर हिन्दी-प्रेमियों की संख्या भी आश्चर्यजनक है. थोड़ा समय अवश्य लग सकता है लेकिन एक दिन हम सब यह नगरी जगमग दमकते हुए देखेंगे I आपके प्रश्न के लिए धन्यवाद !</span></p>
31 मार्च 2016
ये तो आने वाला समय ही बता सकता है . लेकिन मुझे यहाँ मिले अपने नए मित्रों से मिलकर प्रसन्नता हुई .
31 मार्च 2016
ऋषिवल्लभ जी शब्दनगरी के शुभचिन्तक होने के नाते सबसे पहले आपको धन्यवाद ! वैसे आपको जानकर हर्ष होगा कि शब्दनगरी की लोकप्रियता बढ़ रही है क्योंकि हर उत्कृष्ट विचार या मंच को स्थापित होने में समय लगता है लेकिन हमें अपने विचार मंच के साथ ही शब्दनगरी के प्रति आप जैसे लोगों के प्यार पर पूरा भरोसा है | इस प्रश्न हेतु आपका आभार !
31 मार्च 2016