7 दिसम्बर 2015
<p>क्यों कि हमारे हिन्दू समाज में एकता नहीं है. आपने कभी ध्यान दिया होगा की हमारे जितने भी राजनितिक नेता है वो सभी अल्पसंख्यको के तलवे चाटते नज़र आते हैं बस वही काम हमारा मीडिया कर रहा है. और एकता की बात मैंने इसलिए की क्योंकि मुसलमानो में एक बात है की अगर उनके जाती का कोई गलत बात भी बोले तो वे सब उसके साथ खड़े होते हैं पर हम हिन्दुओ में अगर कोई सही बात भी बोले तो हजारो खिलाफत् करने लग जाते हैं . मुसलमानो में कोई सेकुलर नहीं है पर हमारे यहाँ लगभग सभी सेकुलर हैं . हम जिस दिन एक हो गए ना उ्स् दिन से ना मीडिया ऐसा करेगा और ना ही हमारे नेता ऐसे करेंगे . जय श्री राम </p><br> <br><br>
19 दिसम्बर 2015
हा क्योंकि न्यूज़ चैनल टी र पि के लिए सब कर सकती जो उसे नहीं करना चाहिए
18 दिसम्बर 2015
जैसे अपना प्रोडक्ट विक्रय करने के लिए दुकानदार अलग-अलग तरह की योजना बनाते है , ठीक वैसे ही मीडिया अपनी खबरें विक्रय करने के लिए यह तकनिकी अपनाता है असल में सारी गलती मीडिया की नहीं है , कुछ गलती हमारी भी तो है जो हम ऐसी ख़बरों को इतना गंभीर लेते है और उन खबरो से तिल का ताड़ बना देते है|
10 दिसम्बर 2015
<p>जो बिके वो दिखाना है , </p><p>भाड़ में सारा जमाना है .</p>
10 दिसम्बर 2015
जी हाँ ये बिलकुल सत्य है , मिडिया जैसे सांप ने जो जहर फैलाया है समाज मैं इस का नुक्सान हमारी आने वाली पीढ़ी योन् को भोगना पड़ेगा , मिडिया को ये सुब करने के लिय प्ै्स्ा् बाहर से आता है |
8 दिसम्बर 2015
चारू जी इंसान की फितरत है की जिस काम में उसको ज्यादा मुनाफा होगा वो वही काम करेगा .कोई भी दुकानदार को जिस क्रीम को बेचने में ज्यादा मुनाफा होता है वो वही क्रीम बेचता है .अब उसको इस बात से कोई मतलब नहीं की कौन से क्रीम अच्छी है और कौन ही ख़राब .मीडिया को हिन्दू मुस्लिम से लेना देना नहीं .......उसको अपनी टी .आर पी है
7 दिसम्बर 2015
मीडिया ज्यादातर सिर्फ वही दिखाता है जो बिक सके , इसलिए ऐसा होता है .
7 दिसम्बर 2015