क्या आगे निकलने की दौड़ में त्यौहार कहीं पीछे छूटते जा रहे हैं? उनका महत्व कम हो रहा है या हमारे पास समय कम हैं?
15 जनवरी 2016
क्या आगे निकलने की दौड़ में त्यौहार कहीं पीछे छूटते जा रहे हैं? उनका महत्व कम हो रहा है या हमारे पास समय कम हैं?
<p>समय कम है यह सच नहीं है ! त्यौहार का मतलब होता था परिवार का एकत्र होना और सम्बेदना जो ख़त्म होती जा रही है अब हम वो छुपाने के लिए कुछ भी कहें!<br></p>
18 जनवरी 2016
थोड़ा जल्दी कीजिये नहीं तो आप ऊपर निकल जायेगे
15 जनवरी 2016