shabd-logo

मेरा परिचय

2 नवम्बर 2021

35 बार देखा गया 35

मेरा परिचय पूछ रहे हो, कैसे मैं पहचान बताऊँ,

खिलते मुरझाते फूलों के, कैसा परिचय पत्र दिखाऊँ;


नहीं प्रमाण पत्र है कोई, 

शिखर विजय या सिन्धु थाह की

खोज रहा है अभी स्वयं ही, 

खुद को खुद अस्तित्व हमारा;

कहीं उठे पतझड़ के, 

झंझावातों में उड़ते पातों सा,

किसी विपिन में किसी वृंत पर, 

खिला हुआ कर्तृत्व हमारा;


सरित धार में बहता तिनका, कैसे तट के हाल सुनाऊँ,

मेरा परिचय --'।।


नभ विजयी संपाती के ही, 

पास कहीं पर नन्हा पंछी,

सिन्धु सेतु पर रेत डालता, 

मिल जाये अपनी ही रौ में;

या फिर यज्ञ कुंड में अक्षर, 

समिधा का जो हवन चल रहा,

वही समझ लो परिचय मेरा, 

किसी धुँयें की लिपटी लौ में;


जो संचालक जगत नियन्ता, अवलंबन एहसान जताऊँ,

मेरा परिचय ---।।


कविता के आवारा शब्दों,

सा गढ़ता निर्जन पथ राही,

जलते अंतिम पायदान पर,

किसी ग़ज़ल की सुर्ख बहर में;

या फिर सागर की बाहों से,

दूर भागती धुंधली सी कुछ,

परिचय हो सकता है मेरा,

तट से लौटी किसी लहर में;


खुद ही जान न पाया जिसको, भन्ते कितने  नाम गिनाऊँ,

मेरा परिचय --'-।।

Kuber Mishra की अन्य किताबें

Sunita

Sunita

बहुत सुन्दर रचना।

5 नवम्बर 2021

ममता

ममता

बहुत सुन्दर सृजन

3 नवम्बर 2021

1

हिन्दी भाषा

29 अक्टूबर 2021
4
1
1

<p>उठे गिरा सितार से, जो शब्द झूम-झूम कर,</p> <p>चली हमारी हिन्दी भाषा,लब अनेक चूम कर;</p> <p><br></

2

स्वाधीनता की प्रथम मशाल

31 अक्टूबर 2021
1
1
1

<p><br></p> <p>भारतवर्ष का इतिहास और उसकी सनातन संस्कृति विश्व में सबसे प्राचीन संस्कृतियों में से ए

3

हे भगवान कविता में गिनती !

2 नवम्बर 2021
1
1
0

<p>कभी आह से जब झरी होगी कविता,</p> <p>उसे व्याकरण फिर मिला कैसे होगा ;</p> <p>खुशी ग़र कभी छू लिया

4

मेरा परिचय

2 नवम्बर 2021
2
1
2

<p>मेरा परिचय पूछ रहे हो, कैसे मैं पहचान बताऊँ,</p> <p>खिलते मुरझाते फूलों के, कैसा परिचय पत्र दिखाऊ

5

ईश्वरीय प्रवाह

3 नवम्बर 2021
12
8
1

<p>जब-जब अधर्म का शासन चरम चढ़ेगा</p> <p>धरती पर मानव शोषण पाप बढ़ेगा</p> <p>दुर्जनता चढ़कर आर्य भूम

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए