दिनांक 1दिसम्बर 2022
मेरी खट्ठी मीठू डायरी
लो आ गई न लेट लतीफ सुकून अपनी खट्ठी मीठू से मिलने
अब खुश हो न।
अरे बड़ी व्यस्त थी आज घर का काम फिर अपने दोस्त से मिलने चली गई बस इसी सब में उलझी थी और पता है मैं तो गप्पी नंबर एक हूँ न इसी वज़ह से लेट हो जाती हूँ तुमसे मिलने के चक्कर में।
अच्छा आज की मुलाक़ात बस इति सा कल मिलेंगे ढ़ेर सारी बातें करूंगी आज के माफ कर दो अपनी लेट लतीफ सुकून को है न ख़ट्ठी मीठू डायरी।
चलो सोते है बहुत रात हो गई है शुभरात्रि सबको मेरी तरफ से
सुकून