मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरी
आज तो पक्का नाराज होगी मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरी होना भी चाहिए लेट लतीफ सुकून तो भूल ही जाती है अपनी ख़ट्ठी मीठू डायरी से मिलने के लिए अब करे तो सुकून क्या करे।
एक अकेलु जान सारा जहाँ का काम अब सुकून करे तो क्या करे सबको देखना पड़ता है कभी यहाँ लिखो कभी वहाँ लिखो फिर काम करो फिर सुकून को आराम भी चाहिए न।
अरे ख़ट्ठी मीठू तेरी सुकून को सोना भी तो चाहिए न बिना सोये सुकून पता नही कितनों के साथ महाभारत शुरू न कर दे
इसलिए यही अच्छा होता होगा सुकून थोड़ी देर सो जाय तो शांति रहेगा।
है न ख़ट्ठी मीठू मेरी डायरी अब सुकून तो थी कुम्भकरण लेकिन जब से लिखना शुरू की है तो थोड़ी उल्लू बन गई है जब तब जग जाती है और कुछ लिख लेती है।
अब हँसना मत अपनी लेट लतीफ सुकून की बातों से अरे खट्ठी मीठू डायरी की दोस्त लेट लतीफ सुकून ऐसी ही है।
अच्छा आज बस इतना ही अब कल बताऊंगी एक मजेदार बात आज नही सब आज ही कर जाऊंगी तो फिर कल क्या होगा सोचा है मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरी।
अच्छा अब चलो सो जाओ आज थकी हूँ आज एक पल न आराम की हूँ।
शुभरात्रि मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरी और मेरे प्यारे प्यारे पाठकों को भी आप सब भी सो जाना ठंड बढ़ गई है अपना ख्याल रखना देर तक जगे रह कर मोबाइल मत चलाना।
अच्छा अब इतना ही हँसते रहें ऐसे ही खट्ठी मीठू डायरी को पढ़कर।
सुकून