दिनांक 31 दिसम्बर
मेरी खट्ठी मीठू डायरी
अरे मेरी ख़ट्ठी मीठू डायरी पता है मुझे तो डायरी लिखने के नाम से डर लगता था पर 2022 में मुझे तुझसे मिलकर बहुत ही अच्छा लगा पता है क्यों क्योंकि तुझसे मिलकर मेरी सारी खुशियाँ मिल गई
मैं तो अपनी सारी बातें तुझसे करके मुझे बहुत ही अच्छा लगता है।
पता है तुझे आज मुझे कुछ लोग मिले जो हम से उम्र में बड़े थे और वो अपने उम्र में भी बड़े थे लेकिन उन्हें देख कर अच्छा लगा की वो अपने उम्र को पीछे छोड़ कर अपने आप में खुश थे
मुझे ये चीज बहुत अच्छा लगता है जो उम्र को पीछे छोड़ कर जीते हैं
अरे अपनी ख़ुशी के लिए उम्र को क्या पकड़ कर गले लगा कर रखना है।
अच्छा ख़ट्ठी मीठू अब ये सफर आज अपने आखरी पड़ाव पर आ गया है कुछ पल और कुछ मिनटों में हम 2022से जुदा होकर 2023में चले जायेंगे न।
अब ये आने वाला पल कैसा भी हो पर हम अपनी जिंदगी हँसते मुस्कुराते जियेंगे यही दुआ करेंगे और सबकी जिंदगी में ऐसी ही खुशियाँ मिले।
यही दुआ के साथ हम जुदा होना चाहते हैं।
अच्छा चलो आज की मुलाक़ात बस यही तक अब नये साल में नई बातों के साथ मिलते हैं न।
अच्छा अब चलती हूँ फिर जल्दी ही मिलेंगे न अपनी ख़ट्ठी मीठू डायरी से और अपने खट्ठे मीठे पाठकों के संग।
समाप्त
सुकून