आरोप प्रत्यारोप के बीच में me too का जो मुख्य उद्देश्य था, वह लोगों की सोच और फालतू बहसबाज़ी के बीच खो गया ।अभी अभिनेत्रियों ने पहल की है, इसलिए यह गलत लिया जा रहा है ।जो बड़े पद पर हैं इसका यह निहतार्थ नहीँ की वो साफ छवि के ही हैं , साहस का कार्य तो है ही क्योंकि आरोप लगाने के साथ आप की भी इज्जत की ब