1 अक्टूबर 2024
महंगाई की मार सही न जाए,गृहलक्ष्मी को चूल्हा चौका कैसे सुझाए।सिलेंडर महंगा, महंगी है कैरोसिन,लगी लाइन में ,धूप खून झुलसाए।।महंगाई की मार सही न जाए,चूल्हे की लकड़ी की सुध आए।माचिस महंगी, है महंगी लकड़ी