न कर सका जो कोई वैसा काम करले तू। ऐ दोस्त इस दुनिया में थोड़ा नाम करले तू। आदमी आते हैं और जाते हैं इस कदर। इस नामुराद दुनिया की चिंता नहीं मगर। है दीप जो वीरों का वो ताउम्र न बुझे। कहना पड़े न नामुराद दुनिया को मुझे। बनाले ऐसी हस्ती ऐसा दाम करले तू। ऐ दोस्त इस दुन