स्वप्न झर रहे हों यदि, ताबीर हो पाती नहीं, प्रयास अपने गौर कर, रोक कैसी है यदि कहीं। @नील पदम्
मानुष तन तब जानिये, मानुष हृदय संजोए, मानुष मन के अभाव में, कैसा मानुष होय । @नील पदम्
इन सब रिपोर्टिंग की आवश्यकता तो थी ताकि लोग जागरूक हों और अच्छे और बुरे लोगों को अलग अलग किया जा सके लेकिन इस तरह की घटनाओं में धर्म के खुलासों की जरुरत नहीं थी धार्मिक दृष्टिकोण को अहमियत देने की आवश
क्यों इंसानियत के क़त्ल हो रहे हैं हर जगह, मजहब-ए-इंसानियत को कोई मानता नहीं, मशरूफ हैं औरों के हक पर निगाहें गड़ी हुईं, कोई अपने हक की बात क्यों जानता नहीं । @नील पदम्
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं, कुछ ख़्वाबों से मगर नींदें भी उड़ जातीं हैं, नींद या ख़्वाबों की ताबीऱ आप पर निर्भर है, दोनों में से आप अहमियत किसे दे जाते हैं । @नी
हिन्दू मुस्लिम की आग लगी है , यह कब तक रूक पायेगी।शिक्षा के दरबार में भी , भेदभाव बन छायेगी।।शिक्षक बनकर तुम मानव , जाति, धर्म सिखाते हो।देश का भविष्य हाथ तुम्हारे, फिर लड़ना क्यों सिखाते हो।हिंदू के
परिचय: उत्तर प्रदेश के एक स्कूल के वीडियो ने कई लोगों को परेशान कर दिया है. वीडियो में एक शिक्षक कुछ छात्रों से दूसरे छात्र को मारने के लिए कह रहा है, जो मुस्लिम माना जा रहा है। इससे बहुत
परिचय देश को झकझोर देने वाली एक परेशान करने वाली घटना में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर गांव में नेहा पब्लिक स्कूल में एक शिक्षक अपने छात्रों क