शहद से नैना , तेरे नैना
मधु है तेरी बहना, नैना
थोड़ा पलकों को छलका नैना
महज़ थोड़ा सा मुझको पीना
नैनों से बहते मेरे नैना
जुदाई को सहते मेरे नैना
जब तेरी बहना से मिले नैना
नैनों मे बस, नैना ही नैना
मधु के ख्यालों को बाजू हटा के
जो भी पीना है, पीना, पीना नैना
बोलो न कुछ, बिन बोल, बोले नैना
अधर बोले तो शर्माए नैनो की मैना
जब भी निहारे मैना , कोई नैना
कहानी नई कहते मैना की नैना
मौन प्रणय बयां करते नैना
कहना नही, इजहार- ए- नैना
जो भी पीना है, पीना, पीना नैना
- रोहित कुमार "मधु"